पर्यावरण संरक्षण के लिए जन जागरूकता अभियान चला रहे युवा शंकर सिंह ने की मुख्यमंत्री से भेंट

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देहरादून :  मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी से रविवार को मुख्यमंत्री आवास में  पर्यावरण संरक्षण के लिए जन जागरूकता अभियान चला रहे युवा शंकर सिंह ने भेंट की। पर्यावरण संरक्षण व संव‌र्द्धन एवं वनों को आग से बचाने का संदेश जनजन तक पहुंचाने के लिए पर्यावरण प्रेमी शंकर सिंह बिष्ट पदयात्रा पर हैं। उन्होंने बताया कि वे चौखुटिया-गैरसैंण-देहरादून होकर राष्ट्रपति भवन दिल्ली तक जाएंगे। उन्होंने कहा कि वे दो साल से जल संरक्षण की मुहिम चलाए हुए हैं व जल संरक्षण की दिशा में  भी कार्य कर रहे हैं। उनके साथ प्रमोद बिष्ट भी पदयात्रा कर रहे हैं।


मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण के लिए  शंकर सिंह बिष्ट के प्रयासों की सराहना की और उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए उनके द्वारा जो मुहिम चलाई जा रही है, वह इस दिशा में अन्य लोगों को भी प्रेरित करेगी।उनकी यह यात्रा जन जागरूकता उत्पन्न करने मे कारगर साबित होगी।

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2टिप्पणियाँ

  1. 🌹 जय देव भूमि उत्तराखंड🌹
    प्रश्न संस्कृति का और पीड़ा समाज की
    आम नागरिकों के सहायता के नाम से अनेकों योजनाएं धरातल पर केंद्र या राज्य के नाम से चलाई जाती हैंl लेकिन कुछ तो कागजों में ही पूरी हो जाती है, और कुछ का पता ही नहीं विभागों द्वारा दिया जाता है, और कुछ धरातल पर पहुंच भी पाई तो उसमें गुणवत्ता देखने में नजर नहीं आती है, आम नागरिकों को लाभ देने के नाम से योजनाएं तो चलाई जाती हैं l लेकिन उसमें लूट पात का मामला सबसे अत्यधिक देखने में नजर आता है, जिसमें ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार के इस खेल को खेलने में नजर आते हैं, हर एक कर्मचारी हो यार राजनेता शासन हो या प्रशासन के लोग ही आपस में इस चैन में जुड़े हुए हैं, और आम जनता को लाभ देने के नाम से योजनाएं तैयार की जाती है, और उन्हीं योजनाओं के माध्यम से खूब पैसा बटोला जा रहा है, लेकिन आप नागरिक को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है, और यदि मिलता भी है, तो उसकी गुणवत्ता घटिया किस्म की होती है, जिससे कुछ समय बाद आम नागरिक को परेशानी के सिवा कुछ भी हासिल नहीं होता हैl आम नागरिकों को लाभ देने के नाम पर भ्रष्टाचारी का बहुत भयानक खेल खेला जा रहा हैl और अत्यधिक कई विभाग में इस खेल की सीमा अत्यधिक मात्रा में है,
    आम नागरिक को तो बीच में सिर्फ माध्यम बनाया जाता है, लेकिन हकीकत में उसका पात्र कोई और ही नजर आता है l समय के रहते यदि इस खेल को बंद नहीं किया गया तो आने वाले समय में इसके परिणाम घातक हो सकते हैंl जनता के लिए भी और राजनीतिक विशेषज्ञों के लिए भी l जनता का विश्वास सरकार हो या राजनेता या अधिकारी के प्रति दिन प्रतिदिन खत्म होता हुआ नजर आ रहा हैl जो कि एक बहुत बड़ा चिंताजनक विषय हैl और सबसे बड़ा चिंताजनक विषय यह है, कि आम नागरिकों के नाम पर आ रही योजनाओं पर ही क्यों लूट पात का यह खेल खेला जाता हैl और आज तक यह खेल क्यों लगातार खेला जा रहा है, और क्यों इस पर अमल नहीं किया जा रहा हैl या फिर जनता का बेवकूफ बनाया जा रहा हैl ऐसे अनेकों सवाल उठते हैं, प्रश्न संस्कृति से और समाज की पीड़ा को देखते हुए, आखिर कब तक देवभूमि उत्तराखंड में ऐसा देखने में नजर आएगा l आखिर कब शासन-प्रशासन और राजनेता अपनी इस हरकतों से बाहर निकल पाएंगे, और कब आम नागरिक को वास्तविक लाभ मिल पाएगा, और कब वास्तविक पात्र को वास्तविकता का लाभ मिल पाएगा, ऐसे अनेकों प्रश्न उठते हैं समाज की हालत को देखते हुए, और केंद्र से लेकर राज्य की योजनाओं खोजो आम नागरिकों की लिए चलाई जाती हैl उसको देखते हुए, आखिर कब तक इस तरह का खेल समा के साथ खेला जाएगा l ऐसे अनेकों प्रश्न और उनके उत्तर आप सभी के सामने होंगे आने वाले समय में देवभूमि उत्तराखंड प्रश्न संस्कृति का पीड़ा समाज की प्रश्न पुस्तिका अवश्य पढ़ेंl
    समाज सेवक देवभूमि उत्तराखंड
    8958779824

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  2. 🌹 जय देव भूमि उत्तराखंड🌹
    प्रश्न संस्कृति का और पीड़ा समाज की
    आम नागरिकों के सहायता के नाम से अनेकों योजनाएं धरातल पर केंद्र या राज्य के नाम से चलाई जाती हैंl लेकिन कुछ तो कागजों में ही पूरी हो जाती है, और कुछ का पता ही नहीं विभागों द्वारा दिया जाता है, और कुछ धरातल पर पहुंच भी पाई तो उसमें गुणवत्ता देखने में नजर नहीं आती है, आम नागरिकों को लाभ देने के नाम से योजनाएं तो चलाई जाती हैं l लेकिन उसमें लूट पात का मामला सबसे अत्यधिक देखने में नजर आता है, जिसमें ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार के इस खेल को खेलने में नजर आते हैं, हर एक कर्मचारी हो यार राजनेता शासन हो या प्रशासन के लोग ही आपस में इस चैन में जुड़े हुए हैं, और आम जनता को लाभ देने के नाम से योजनाएं तैयार की जाती है, और उन्हीं योजनाओं के माध्यम से खूब पैसा बटोला जा रहा है, लेकिन आप नागरिक को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है, और यदि मिलता भी है, तो उसकी गुणवत्ता घटिया किस्म की होती है, जिससे कुछ समय बाद आम नागरिक को परेशानी के सिवा कुछ भी हासिल नहीं होता हैl आम नागरिकों को लाभ देने के नाम पर भ्रष्टाचारी का बहुत भयानक खेल खेला जा रहा हैl और अत्यधिक कई विभाग में इस खेल की सीमा अत्यधिक मात्रा में है,
    आम नागरिक को तो बीच में सिर्फ माध्यम बनाया जाता है, लेकिन हकीकत में उसका पात्र कोई और ही नजर आता है l समय के रहते यदि इस खेल को बंद नहीं किया गया तो आने वाले समय में इसके परिणाम घातक हो सकते हैंl जनता के लिए भी और राजनीतिक विशेषज्ञों के लिए भी l जनता का विश्वास सरकार हो या राजनेता या अधिकारी के प्रति दिन प्रतिदिन खत्म होता हुआ नजर आ रहा हैl जो कि एक बहुत बड़ा चिंताजनक विषय हैl और सबसे बड़ा चिंताजनक विषय यह है, कि आम नागरिकों के नाम पर आ रही योजनाओं पर ही क्यों लूट पात का यह खेल खेला जाता हैl और आज तक यह खेल क्यों लगातार खेला जा रहा है, और क्यों इस पर अमल नहीं किया जा रहा हैl या फिर जनता का बेवकूफ बनाया जा रहा हैl ऐसे अनेकों सवाल उठते हैं, प्रश्न संस्कृति से और समाज की पीड़ा को देखते हुए, आखिर कब तक देवभूमि उत्तराखंड में ऐसा देखने में नजर आएगा l आखिर कब शासन-प्रशासन और राजनेता अपनी इस हरकतों से बाहर निकल पाएंगे, और कब आम नागरिक को वास्तविक लाभ मिल पाएगा, और कब वास्तविक पात्र को वास्तविकता का लाभ मिल पाएगा, ऐसे अनेकों प्रश्न उठते हैं समाज की हालत को देखते हुए, और केंद्र से लेकर राज्य की योजनाओं खोजो आम नागरिकों की लिए चलाई जाती हैl उसको देखते हुए, आखिर कब तक इस तरह का खेल समा के साथ खेला जाएगा l ऐसे अनेकों प्रश्न और उनके उत्तर आप सभी के सामने होंगे आने वाले समय में देवभूमि उत्तराखंड प्रश्न संस्कृति का पीड़ा समाज की प्रश्न पुस्तिका अवश्य पढ़ेंl
    समाज सेवक देवभूमि उत्तराखंड
    8958779824

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