ज्योति डोभाल संपादक
“कुलपति प्रो. एन. के. जोशी ने उत्तराखण्ड के 25 गौरवशाली वर्षों की उपलब्धियों का किया उल्लेख - कहा, शिक्षा और नवाचार ही राज्य के उज्जवल भविष्य की कुंजी”
उत्तराखण्ड राज्य की स्थापना के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर उच्च शिक्षा विभाग, उत्तराखण्ड शासन के निर्देशन में श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय, बादशाहीथौल एवं देव भूमि उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय, देहरादून के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 06 नवम्बर, 2025 को देव भूमि उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय, देहरादून में राज्य स्तरीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भव्य एवं सफल आयोजन किया गया।
इस प्रतियोगिता में राज्यभर के विभिन्न महाविद्यालयों की कुल 17 टीमों ने भाग लिया और अपनी प्रतिभा, ज्ञान एवं तर्कशक्ति का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम के दौरान श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एन. के. जोशी का प्रेरणादायक उद्बोधन विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। उन्होंने उत्तराखण्ड के 25 गौरवशाली वर्षों की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि “राज्य ने उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है, और अब युवाओं की जिम्मेदारी है कि वे ज्ञान और नवाचार के माध्यम से प्रदेश को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएँ।”
इसके उपरांत मुख्य अतिथि डॉ. देवेंद्र भसीन, उपाध्यक्ष, उच्च शिक्षा उन्नयन समिति ने विद्यार्थियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के उद्देश्यों और नवाचारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा शिक्षा प्रणाली में इसके दूरगामी प्रभावों पर प्रकाश डाला।
देव भूमि उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष श्री अमन बंसल एवं कुलपति डॉ. अजय कुमार ने भी अपने उद्बोधनों में विद्यार्थियों को राज्य निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया और दोनों विश्वविद्यालयों के सफल सहयोग की सराहना की।
कार्यक्रम के समापन सत्र में उच्च शिक्षा सचिव डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा (आईएएस) अति विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने अपने विचार साझा करते हुए विद्यार्थियों को सतत अध्ययन और नवाचार की दिशा में अग्रसर रहने का संदेश दिया। डॉ. सिन्हा ने प्रतियोगिता में विजेता टीमों को पुरस्कार वितरित किया, जिनमें-प्रथम स्थान दृ एस.डी.एम. पी.जी. कॉलेज, डोईवाला (श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय),द्वितीय स्थान - पी.जी. कॉलेज, कोटद्वार (श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय), तृतीय स्थान- एस.एस.जे. विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा, चतुर्थ स्थान - हर्ष विद्या मन्दिर पी.जी. कॉलेज, रायसी, हरिद्वार, पंचम स्थान- डी.एस.बी. कैम्पस, कुमाऊँ विश्वविद्यालय, नैनीताल तथा सभी प्रतिभागियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं।
इस अवसर पर श्री देव सुमन विश्वविद्यालय से प्रो0 महाबीर सिंह रावत (परिसर निदेशक), डॉ. हेमलता मिश्रा (नोडल अधिकारी) सहित अन्य गणमान्य अधिकारी उपस्थित रहे। वहीं देव भूमि विश्वविद्यालय की ओर से डॉ. शुभाशीष गोस्वामी (रजिस्ट्रार), डॉ. दिग्विजय सिंह (डीन स्टूडेंट वेलफेयर) तथा अन्य प्रो-वाइस चांसलरगण उपस्थित रहे।
यह आयोजन न केवल विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता का मंच बना बल्कि उत्तराखण्ड की रजत जयंती के अवसर पर राज्य की एकता, प्रगति एवं गौरव का भी सशक्त प्रतीक सिद्ध हुआ।


