वर्ड ओरल हेल्थ डे पर बच्चों को किया दांतो के प्रति जागरूक

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 Team uklive


टिहरी : प्रतिवर्ष 20 मार्च को ओरल हेल्थ डे मनाया जाता है। 

इस दिन को मनाने का उ‌द्देश्य लोगों को ओरल हेल्थ और ओरल हाइजीन के प्रति जागरूक करना है। 

आज डॉ पूनम रावत द्वारा ओरल हेल्थ डे के दिन जिला अस्पताल मे जागरूक किया गया. 

स्कूल मे बच्चों को दांतो, मसूड़ों की साफ सफाई एवं उनके स्वास्थ्य के प्रति के बारे मे जागरूक किया गया. 

बताया कि आजकल ओरल हेल्थ आम समस्या हो गई है। 

मुंह की सफाई, दांतों की मजबूती और चमक के लिए लोगों को प्रेरित किया जाता है। दांतों की मजबूती और चमक बरकरार रखना मुश्किल काम नहीं लेकिन जानें-अनजाने की गई कुछ गलतियों के कारण दांत कमजोर हो जाते हैं और दांतों में पीलापन नजर आने लगता है। 

ऐसे मे हमे सुबह, शाम ब्रश जरूर करना चाहिए और दांतो के बीच के गैप को तागे से साफ करना चाहिए. 

दांतो की साफ सफाई को लेकर यदि हम सजग रहेंगे तो हमारे दाँत, मसूड़े कभी बीमार नही पड़ेंगे. 

इस मौके पर सिदार्थ उनियाल, जयवीर चौहान, स्टॉफ मौजूद रहे. 

World Oral Health Day 2024


प्रतिवर्ष 20 मार्च को ओरल हेल्थ डे मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उ‌द्देश्य लोगों को ओरल हेल्थ और ओरल हाइजीन के प्रति जागरूक करना है। आजकल ओरल हेल्थ आम समस्या हो गई है। मुंह की सफाई, दांतों की मजबूती और चमक के लिए लोगों को प्रेरित किया जाता है। दांतों की मजबूती और चमक बरकरार रखना मुश्किल काम नहीं लेकिन जानें-अनजाने की गई कुछ गलतियों के कारण दांत कमजोर हो जाते हैं और दांतों में पीलापन नजर आने लगता है। यहां ऐसी गलत आदतों के बारे में बताया जा रहा है, जिसे छोड़ दिया तो दांत मजबूत और चमकदार बन जाएंगे।


ब्रश करने का गलत तरीका


अधिकतर लोगों को लगता है कि ब्रश को दांतों पर तेजी से रगड़ने से दांत अच्छे से साफ होते हैं। जोर से ब्रश करने से फायदा नहीं, बल्कि दांतों को नुकसान होता है। गलत तरीके से ब्रश करने से इनेमल को नुकसान होने के साथ कैविटी के प्रति संवेदनशीलता बढ़ती है और मसूड़े संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। जोर से ब्रश करने से ठंडी और गर्म के सेवन से सेंसिटिविटी बढ़ सकती है। वहीं दांतों को दिन में दो बार ब्रश करना भी बहुत जरूरी है।


चीनी की मात्रा


दांतों की सेहत को चीनी नुकसान पहुंचा सकती है। इसके सेवन से मुंह में एसिड पैदा करने वाले बैक्टीरिया बढ़ते हैं। जेली कैंडी जैसी चिपचिपी मिठाइयां दांतों के लिए नुकसानदायक होती हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, खट्टी कैंडी में कई तरह के एसिड होते हैं जो दांतों में सड़न पैदा करने के साथ ही दांतों की ऊपरी परत को नष्ट करने लगते हैं।


बिना कुल्ला किए सोना


कुछ लोगों को बेड टाइम पर चाय या कॉफी पीने की आदत होती है। इसके अलावा रात में आइसक्रीम, स्वीट या दूध पीकर हैं। लेकिन खाने पीने के बाद कुल्ला न करना और ऐसे ही सो जाना दांतों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। कीटाणु मुंह में फैल कर दांतों को कमजोर बनाते हैं और दुर्गंध का कारण बनते हैं। इसलिए रात में सोने से पहले ब्रश या कुल्ला करें। ब्रश के बाद कुछ न खाये. 




अपर मुख्य चिकित्साधिकारी टिहरी गढ़वाल    मुख्य चिकित्साधिकारी टिहरी गढ़वाल                          जिला  अधिकारी टिहरी गढ़वाल।

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