Team uklive
सरकार ने ऐसा फरमान जारी किया है कि गर्भवती महिलाओं और निशक्तजन लोगों को मतदान केंद्र तक पहुँचाने के लिए " डोली" भेजी जायेगी,और 80 वर्ष से अधिक आयु के वृद्ध/ वृद्धा,दिव्यान्ग,कोविड प्रभावितों को डाक से मतदान देने की सुविधा मिलेगी,ताकि ज्यादा से ज्यादा मतदान प्रतिशत बढे।
अब कहने का तात्पर्य ये है कि जब गर्भवती महिलायें सड़क पर,खुले आसमान के नीचे,किसी पगडंडी में,या एम्बुलेंस न मिलने पर,समय पर अस्पताल न पहुंचने पर नवजात शिशु को जन्म देती है या दम तोड़कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर देती हैं।उस समय ऐसे आदेश क्यों नहीं जारी होते कि प्रसूता,बीमार व्यक्ति व असहाय मरीज को किसी न किसी प्रकार से डोली में ले जाकर अस्पताल भेजो.
ये तुगलकी फरमान अब क्यो दिये जा रहे हैं।क्या उस परिस्थिति में ऐसे आदेश नहीं दिये जा सकते।सरकार को गम्भीरता से विचार करना होगा।वरन ऐसे आदेश पहाड़ी क्षेत्र में सम्भव नहीं है।

