रिपोर्ट : सत्यप्रकाश ढौंढियाल
घनसाली : घनसाली मे विगत 10 दिनों से लगातार उत्तराखंड के एनएचएम स्वास्थ्य संविदा कर्मचारियों की हड़ताल लगातार चली आ रही है किंतु कोई भी सरकार के नुमाइंदे सुध लेने को तैयार नहीं.
स्वास्थ्य सेवाओं से जनता बदहाल है स्वास्थ्य विभाग में किसी भी तरह के आवश्यक कार्य संपन्न होने में जनता को कठिनाइयां महसूस हो रही है जो कर्मचारी लगातार कोविड-19 के दौरान अपनी सफल स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे थे वह आज सरकार की अनदेखी के कारण पिछले दस दिनों से हड़ताल पर हैं.
शुक्रवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिलखी में अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर दस दिनों के बाद भी एनएचएम स्वास्थ्य संविदा कर्मचारियों की हड़ताल उग्र तरीके से जारी रही.
भिलंगना ब्लॉक के अध्यक्ष डॉ अनुभव कुडियाल ने बताया की कर्मचारियों द्वारा उन्हें उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए मिले प्रसस्ति पत्र पहले ही विरोध स्वरूप प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को वापस लौटा दिए गए थे पर सरकार द्वारा अब तक भी आश्वासन मात्र मिल रहा है जो बहुत निंदनीय है ।
डॉ कुडियाल द्वारा यह भी बताया गया कि मुख्यमंत्री द्वारा स्वास्थ्य मंत्री व निदेशक एनएचएम उत्तराखंड से वार्ता के लिए बुलाया गया है जिसमे कि
हरियाणा की तर्ज पर कर्मचारियों को ग्रेड दिया जाना तथा एचआर पॉलिसी लागू करने की मांग शामिल है.
ड0 अनुभव कुडियाल का कहना है कि सरकार एनएचएम कर्मियों के लिए कोई सकारात्मक निर्णय नही लेती तो आंदोलन और उग्र कर दिया जाएगा व कर्मचारी भूख हड़ताल भी करने को तैयार हैं।
यदि सरकार के नुमाइंदों का यही हाल रहा और उनकी मांगे नहीं मानी गई तो स्थानीय जनता को स्वास्थ्य सेवा के लिए बहुत ही समस्याओं को उठाना पड़ेगा।
आंदोलन में उपस्थित कर्मियों में डॉ मंजरी,डॉ हुकम सिंह,लक्ष्मण कैंतुरा,अनिल रमोला,नरेंद्र बिस्ट,दुर्गेश ,मोनिका कोठीयाल , विनीता राणा प्रवीण,शेलेन्द्र ,किशन,राकेश, अमिता, सोनम, सुनीता डसीला,आदि कर्मी रहे।

