Team uklive
टिहरी : जहां ज्यादातर युवा सरकारी नौकरी की दरकार मे हैं तो वहीं कुछ युवा ऐसे हैं जो अपना स्वरोजगार कर अन्य युवाओं के लिए नजीर वही बन रहे हैं.
उन्ही मे से दो युवा ऐसे हैं जो भोटिया डॉग की नस्ल को बचाने का बहुत ही सराहनीय कार्य कर रहे हैं.
ये युवा A,+B फार्म में बेसहारा कुत्तों को भी सहारा देते हैं उनका कहना है कि हमारा उद्देश्य है हम पहाड़ी नस्ल के भोटिया डॉग को बचाने के लिए अभियान चला रहे हैं जिसमें कि सरकार को हमारी मदद करनी चाहिए क्योंकि यह एक बहुत ही
सराहनीय पहल है युवाओं को रोजगार से जोड़ने का.
बिजेंद्र राणा और अनिल राणा के द्वारा युवाओं को रोजगार से जोड़ने का यह कार्य और पलायन को रोकने का प्रयास किया जा रहा है इसमें अन्य युवाओं को भी रोजगार मिलने की संभावनाएं हैं.
सामाजिक कार्यकर्ता संजय बहुगुणा ने कहा कि पलायन को रोकने का और युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने का यह एक बहुत ही अच्छा प्रयास है और मैं बिजेंद्र राणा और अनिल राणा को बहुत
बधाई देता हूं और सरकार से आग्रह करता हूं कि जो लोग इस प्रकार का स्वरोजगार अपनाकर और अन्य लोगों को भी रोजगार दे रहे हैं
उनके लिए सरकार को सोचना चाहिए ताकि उनकी आर्थिक स्थिति भी बढ़े और अन्य लोगों को रोजगार से जोड़ सकें।