Team uklive
टिहरी : टिहरी बिधायक धन सिंह आजकल अपनी एक पोस्ट पर काफी चर्चाओं मे है जो कि सोशल मीडिया पर काफी वाइरल हो रही है.
लोगो का कहना है कि उत्तराखण्ड के सम्मानित सदन के विधायक अपने आप को डॉक्टर लिखते है, जो कि पहले नही थी तो अचानक ये डॉक्टरी उपाधि आपने ली कहाँ से है...???
पहले तो जिन मन्दिरो के बोर्ड बिधायक ने अपने नाम से लगवाएं हैं उसकी कोई जरूरत नही थी। पहले से ही इन जगहों पर बोर्ड लगे हुए हैं पर आपके नाम के नही। दूसरा माँ चन्द्रबदनी सिद्धपीठ है न कि सिद्धपीर, और सुरकण्डा माता मन्दिर बिधायक ने जिस पर्वत पर दर्शाया है वह भी तथ्यहीन हिन्दु भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली जानकारी है।
तीसरी, अन्तिम और मुख्य बात कि कोई ये कहे कि बोर्ड विधायक (डॉक्टर साहब) जी ने स्वयं नही लिखे हैं, लेकिन उन्होंने बोर्ड बन जाने के बाद उनको पढ़ा तो होगा और पढ़कर भी अपने ऑफिसियल फेसबुक एकाउंट से ऐसी गलत, भ्रामक और हिन्दू आस्था को चोट पहुंचाने वाली जानकारी पोस्ट की गयी
तो आपकी डिग्री पर सवालिया चिह्न तो पैदा होता ही है...