रिपोर्ट... वीरेंद्र नेगी
उत्तरकाशी... यमुनोत्री धाम के पुरोहितों ने भंडेली गाड़ के समीप धाम के क्षतिग्रस्त मार्ग के पुनर्निर्माण के कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। यमुनोत्री धाम मन्दिर समिति के पदाधिकारियों और पुरोहितों ने एडीएम ने यमुनोत्री धाम के चारधाम यात्रा तैयारी निरीक्षण के दौरान यह नाराजगी व्यक्त की है कहा कि अगर यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पुनर्निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया। तो इससे यात्रा शुरू होने के बाद बरसात के दौरान यह मार्ग दोबारा मुसीबत बन सकता है।
मंगलवार को एडीएम के नेतृत्व में एसडीएम बड़कोट और लोक निर्माण विभाग और यात्रा सम्बन्धित अधिकारियों ने यमुनोत्री धाम की चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर निरीक्षण किया। जिस पर यमुनोत्री धाम मन्दिर समिति के सचिव कृतेश्वर उनियाल का कहना है कि भंडेली गाड़ पर जो भूस्खलन हुआ था। उसका मलबा रोकने के लिए किसी प्रकार के उपाय नहीं किये गए हैं। वहीं अगर बरसात में यह मलबा नीचे आता है। तो एक बार फिर यह यात्रा के लिए बड़ा खतरा बन जायेगा।
देवेंद्र पटवाल, आपदा प्रबधन अधिकारी
मौके पर मौजूद सम्बन्धित विभाग ने आश्वासन दिया कि दूसरे फेज में यमुनोत्री मार्ग को सुरक्षित रखने के लिए और मलबे को रोकने के लिए वायरक्रेट लगाए जाएंगे। बता दें कि गत वर्ष भंडेली गाड़ के समीप भारी भूस्खलन के चलते यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। जिस कारण यात्रियों को जान जोखिम में डालकर यमुनोत्री धाम की यात्रा करनी पड़ी थी।


