रिपोर्ट... नदीम परवेज
पिथौरागढ़... डीडीहाट विधायक श्री विशन सिंह चुफाल (संक्षिप्त परिचय) जन्म -स्व श्री नारायण सिंह चुफाल ग्राम बाँकू के एक सामान्य किसान परिवार में हुआ।प्रारम्भिक शिक्षा गाँव से ही हुई।सन् 1974 मे स्नातक व 1976 में परास्नातक की पढ़ाई पूरी की।इसके पश्चात् सन् 1977 में BEd की डिग्री प्राप्त की।इसी दौरान जनसंघ की विचारधारा से जुड़े व शाखाओं में जाना शुरू किया।सन् 1978 में ग्राम स्तर पर labour society के सदस्य बनकर ग्राम स्तर के अनेक विकास कार्यों में श्रमिक के रूप में कार्य किया।मेहनती व मिलनसार स्वभाव के कारण 1980 में labour society के अध्यक्ष बन गये।उच्च शिक्षा प्राप्त होने के कारण भारतीय जीवन बीमा निगम के सामान्य अभिकर्ता के रूप में कार्य करते हुये अनेक गाँवों में जनसंपर्क करना शुरू किया।सरल,ईमानदार व घर घर में अच्छा होने के कारण सन् 1982 में ग्राम सभा बाँकू के निर्विरोध प्रधान निर्वाचित हुये।ग्राम प्रधान के रूप में अनेक जिला /ब्लॉक स्तर के व सांगठनिक कार्यक्रमों में प्रतिभाग करने का अवसर मिला व सन् 1983 में डीडीहाट ब्लॉक के ब्लॉक प्रमुख निर्वाचित हुये।ब्लॉक प्रमुख के पद पर रहते उन्होंने 'सामूहिक खेती ' की परम्परा के साथ गाँवों में विभिन्न जातियों को जोड़कर संगठित रूप से गाँवों के विकास की अनूठी पहल की।सन् 1984 से 1994 तक लगातार भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रहे।तत्कालीन सांगठनिक जिला पिथौरागढ में वर्तमान संगठन की दृष्टि से पिथौरागढ़,चम्पावत व डीडीहाट (वर्तमान के तीन जिले) शामिल थे।उनके बेहतरीन कार्यकाल व सभी वर्गों के बीच बेहतर सामंजस्य के चलते सन् 1995 में पुनः संगठन का निर्विरोध जिलाध्यक्ष घोषित किया गया।सन् 1996 में पहली बार उत्तर प्रदेश में डीडीहाट विधानसभा क्षेत्र से उक्राँद के दिग्गज नेता काशी सिंह ऐरी को 6000 वोटों से हराकर भारतीय जनता पार्टी के विधायक बने। सन्। 2000 से 2002 तक नये राज्य उत्तराखंड की अटंतरिम सरकार में कुमाऊं मण्डल विकास निगम के प्रदेश अध्यक्ष पद पर दायित्व का निर्वाह किया।सन् 2002 में अपने सफल कार्यकाल के साथ पुनः दूसरी बार उत्तराखंड विधानसभा के सम्मानित सदस्य निर्वाचित हुये व उक्राँद के घनश्याम जोशी को 13104 वोट के श्रसाथ पराजित किया।सरकार बदलने के बावजूद अपनी सरल,ईमानदार छवि के कारण विपक्ष में बैठकर भी डीडीहाट विधानसभा के लिये संघर्ष किया व अनेक दूरस्थ गाँवों में पहली बार बिजली,सड़क व स्कूलों को पहुँचाने का सफल प्रयास किया।उनकी लगन व संगठन में सबको साथ लेकर चलने की विशिष्ट शैली के कारण सन् 2007 में लगातार तीसरी बार काँग्रेस के हेम पंत को 12512 वोट पाकर अच्छे अंतर से हराकर जीत की हैट्रिक लगाई।उनके बेहतरीन प्रदर्शन को देखकर तत्कालीन भाजपा सरकार में संगठन द्वारा उन्हें कैबिनेट मंत्री के रूप में अनेक महत्वपूर्ण विभागों (सहकारिता,वन,परिवहन,समाज कल्याण,ग्रामीण अभियांत्रिकी,ग्राम विकास व पंचायती राज आदि) की जिम्मेदारी प्रदान की।उनके द्वारा सभी विभागों में अनेक महत्वपूर्ण कार्य हुए।उनके मंत्री के पद पर रहते उत्तराखंड में ऐतिहासिक रूप से पहली बार सहकारी चुनावों भाजपा का परचम लहराने का सौभाग्य मिला।पंचायती राज मंत्री के रूप में भी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का रिकॉर्ड बना।संगठन के निर्देश पर मंत्री पद त्याग कर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी ग्रहण की।उनके नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी को प्रदेश में विधानसभा चुनावों लगभग 50% सीटों पर विजय मिली ।सन् 2012 में लगातार चौथी बार काँग्रेस की श्रीमती रेवती जोशी को 10000 के बड़े अंतर से हराकर प्रशासनिक जिला पिथौरागढ़ से भाजपा विधायक के रूप में भारतीय जनता पार्टी का गौरव बढ़ाया।सन् 2017 में डीडीहाट विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के बागी प्रत्याशी के मैदान में होने के बावजूद बेहद विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद भी लगातार पाँचवीं बार विधानसभा तक पहुँचने का रिकॉर्ड बनाया। )(17392 मतो के साथ पिछले चुनावों से भी अधिक मत प्रतिशत
उत्तराखंड के सबसे सरल व ईमानदार विधायक के रूप में जाने जाते हैं।
वर्ष भर अपने विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक सक्रिय व उपलब्धता का जबर्दस्त रिकॉर्ड है।अंतिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं तक सीधा संवाद व पकड़।ग्रामीण आँचलों के मतदाताओं की पहली पसंद के रूप में उनका नाम हमेशा सबसे आगे रहता है।


