रिपोर्ट : वीरेन्द्र सिंह नेगी
उत्तरकाशी : उपला टकनौर(हर्षिल ) के एप्पल वेली के नाम से मशहूर हर्षिल घाटी के आठ गांवों के उन परिवारों को जो शीतकाल के दौरान उत्तरकाशी, डुंडा व अन्य निचले इलाकों में रहते हैं,
ऐसे परिवारों को लाॅक डाउन के बावजूद भी अपने सेब बागवानी के कार्य के लिए गांव तक जाने की अनुमति मिलेगी। गंगोत्री विधायक गोपाल सिंह रावत ने सेब उत्पादकों की समस्याओं को देखते हुए जिला उद्यान अधिकारी व जिला प्रशासन से सेब उत्पादन के काम से संबंध उद्यानपतियों को उपला टकनौर के गांवों तक जाने की अनुमति प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
विधायक ने कहा कि इन दिनों सेब के बगीचों में पेड़ों की कटाई, पेड़ो की थली बनाने, पेड़ों को दवा कीटनाशक देने का काम शुरू हो जाता है, लिहाजा जो उद्यानपति परिवार के साथ शीतकाल के निचले इलाकों में आते हैं वह इन दिनों बागवानी के काम के लिए उपला टकनौर में स्थित अपने गांवों में लौट जाते हैं
लेकिन लाॅक डाउन के चलते आवाजाही ठप पड़ी हुई है ऐसे में इन बागवानों के सामाने भी बड़ी चुनौती खड़ी हो गई थी। विधायक ने कहा कि स्वास्थ्य जांच कर स्वस्थ्य उद्यान पति गांव जाकर बागवानी का काम कर सकता है।
विधायक ने बुधवार को जिला उद्यान अधिकारी से वार्ता कर यह व्यवस्था बनाने को निर्देशित किया। इस पर उद्यान अधिकार की ओर से बनाई गई व्यवस्था के अनुसार उत्तरकाशी, गंगोरी, मातली, बढ़ेथी, डुंडा समेत अन्य निचले इलाकों में रहने वाले उपला टकनौर के परिवारों को कीर्ति इंटर काॅलेज उत्तरकाशी में सुबह सात बजे से स्वास्थ्य जांच करवानी होगी, स्वास्थ्य जांच में स्वस्थ्य पाए गए व्यक्ति को उद्यान अधिकारी को जाने का परमिट जारी करेंगे।
यह परमिट उद्यानपति के पास विभाग की ओर से जारी उद्यानपति कार्ड पर ही जारी किया जाएगा।
विधायक के प्रयासों से उद्यान विभाग कल से कीर्ति इंटर काॅलेज में यह व्यवस्था शुरू कर रहा है। उपला टकनौर के समस्त उद्यानपतियों से अनुरोध है कि वह बिना स्वास्थ्य जांच के सफर करने की कोशिश न करें।
विधायक ने अपील की है कि स्वास्थ्य जांच व परमिट बनाने के दौरान लाॅक डाउन के नियमों का पालन करते हुए आपस में उचित दूरी बनाए रखे, मास्क लगाकर ही जांच करने पहुंचे और हेल्थ प्रोटोकाल का जरूर पालन करें।