डी पी उनियाल
टिहरी : नरेंद्र नगर विधानसभा क्षेत्र के घंटाकर्ण धाम घंडियाल डांडा मदिर मे दीपावली के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय पूजा, हवन, यज्ञ कार्यक्रम में सैकड़ों श्रद्धालु मंदिर मे पहुँच कर देवता का आशीर्वाद ले रहे हैं। क्वीली पट्टी के घंटाकर्ण धाम में प्रतिवर्ष दीपावली के अवसर पर पूजा, अर्चना का विशेष कार्यक्रम आयोजित होता है, साथ ही हर माह की संक्रांति पर्व पर भी पूजा करते हुए भंडारे का आयोजन होता है। घंटाकर्ण मंदिर मे इस साल 17 , 18, 19 अक्टूबर को तीन दिवसीय पूजा कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिसका समापन 19 अक्टूबर को होगा। शुभारंभ के अवसर पर बड़ी संख्या में भक्तों ने घंटाकर्ण मंदिर मे पहुँच कर देवता का आशीर्वाद लिया। घंटाकर्ण धाम पंहुचने के लिए पहले गौंत्याचली स्थान से साढ़े तीन किलोमीटर खडी़ चढाई चढनी पडती थी लेकिन अब गजा से पोखरी बमणगांव होते हुए 22 किलोमीटर की दूरी वाहन से चलकर डेढ किलोमीटर पैदल चलकर मंदिर पहुँच सकते हैं। बहुत सारे श्रद्धालु आज भी पैदल चलकर मंदिर पहुंचते हैं। ट्रैकिंग के लिए पैदल रास्ता घने जंगल के बीच है। पूजा कार्यक्रम का शुभारंभ पुजारी पंडित मनोहर लाल विजल्वाण ने यजमान सत्येंद्र सिंह सजवाण के हाथों से कराया। इस अवसर पर सत्येंद्र सिंह सजवाण, अध्यक्ष विजय प्रकाश विजल्वाण, कोषाध्यक्ष अशोक विजल्वाण,
उपाध्यक्ष मान सिंह चौहान, व लाखी राम विजल्वाण, सुरेंद्र विजल्वाण, महेश विजल्वाण, पंडित दर्शन लाल विजल्वाण, दीपक विजल्वाण उपस्थित रहे। घंटाकर्ण धाम में टेलिस्कोप का परीक्षण भी किया गया जिसमें श्रद्धालुओं को टेलिस्कोप के माध्यम से प्रसिद्ध सिद्ध पीठ माता चंद्र बदनी, सुरकंडा, कुंजापुरी मंदिरों के दर्शन कराये गये। मंदिर समिति के अध्यक्ष विजय प्रकाश विजल्वाण ने भक्तों का आह्वान किया है कि 19 अक्टूबर को समापन पर पूजा, हवन यज्ञ में शामिल हो कर देवता का आशीर्वाद लें।




