श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर चंद्रबदनी-नैखरी में प्रथम बार हुआ इंडक्शन प्रोग्राम 'दीक्षारंभ' का आयोजन।

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 ज्योति डोभाल संपादक 



श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के चंद्रबदनी-नैखरी परिसर में आज पहली बार नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं के लिए इंडक्शन प्रोग्राम ‘दीक्षारंभ’ का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के शैक्षिक जीवन की औपचारिक शुरुआत के रूप में आयोजित हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो.  एन. के. जोशी ने विशेष रूप से शिरकत की।


कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की वंदना और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई, जिसके पश्चात सभी गणमान्य अतिथियों द्वारा नवागंतुक विद्यार्थियों का स्वागत किया गया।


मुख्य अतिथि प्रो. एन. के. जोशी ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं को आत्मानुशासन, लक्ष्य निर्धारण, और उत्तराखंड की सांस्कृतिक गरिमा को बनाए रखने के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने अमर बलिदानी श्रीदेव सुमन जी के जीवन और विचारों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए छात्रों से उनके विचारों को आत्मसात करने का अनुरोध किया।


कुलपति महोदय ने विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि—


वे मृदुभाषी बनें और अपने व्यवहार में विनम्रता रखें।


प्रतिस्पर्धा दूसरों से नहीं, स्वयं से करें, ताकि आत्मविकास संभव हो सके।


संस्कारों को संजोकर रखें, क्योंकि वही जीवन की नींव हैं।


अध्यापकों का आदर करें, क्योंकि वे मार्गदर्शक हैं जो अंधकार में प्रकाश का काम करते हैं।


समय की पाबंदी और सकारात्मक सोच को जीवन का मूलमंत्र बनाएं।

उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 पर भी चर्चा की और विद्यार्थियों को AI और Online Courses के प्रति भी जागरूक किया।



माननीय कुलपति महोदय के उद्बोधन के पश्चात, विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री दिनेश चंद्रा ने मंच से नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं को संबोधित किया।

उन्होंने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि –

"आप सभी अपने जीवन की एक नई यात्रा पर हैं। यह समय स्वयं को जानने, अनुशासन में ढलने और अपने भीतर की प्रतिभा को निखारने का है। विश्वविद्यालय केवल डिग्री देने वाला संस्थान नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण और राष्ट्र सेवा की भावना को विकसित करने का स्थान है।"

उन्होंने छात्रों को सजग, जागरूक, और प्रतिबद्ध बनने की प्रेरणा दी।


इसके पश्चात, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) समन्वयक प्रो. डी.सी. गोस्वामी ने ऑनलाइन माध्यम से विशेष व्याख्यान प्रस्तुत किया।

उन्होंने NEP की मूल अवधारणाओं, उद्देश्यों, इसके क्रियान्वयन तथा इसके माध्यम से विद्यार्थियों को मिलने वाले बहुआयामी अवसरों की विस्तृत जानकारी दी।

उन्होंने यह भी कहा कि आज का विद्यार्थी जितना डिजिटल रूप से सशक्त होगा, उतना ही उसका भविष्य समृद्ध होगा।

उन्होंने छात्रों को NEP के प्रति सजग, सक्रिय और जागरूक रहने का संदेश दिया।


इस कार्यक्रम में मंच पर परिसर निदेशक  डॉ. महंत मौर्य  कार्यक्रम संयोजक डॉ. दयाधर दीक्षित,डॉ. प्रताप सिंह विष्ट एवं परिसर के समस्त प्राध्यापक गण  उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री अरविंद राणा ने किया । 

 कार्यक्रम में विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली, पाठ्यक्रम, मूल्यांकन प्रणाली, नैतिक मूल्यों एवं कैरियर संबंधी मार्गदर्शन भी प्रदान किया गया।

दीक्षारंभ कार्यक्रम में उपस्थित नवप्रवेशी छात्रों के लिए एक यादगार अनुभव बना।

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