ज्योति डोभाल संपादक
नई टिहरी : उत्तराखण्ड राज्य सरकार द्वारा बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के नवनियुक्त सदस्य चिन्हित राज्य आन्दोलन कारी दिनेश डोभाल ने नवदुर्गा मंदिर में पूजा-अर्चना करने के पश्चात बद्रीनाथ-केदारनाथ मन्दिर समिति की परिसम्पत्ति नवदुर्गा मंदिर परिसर में मन्दिर एवं गेस्टहाउस सहित कर्मचारी आवासीय व्यवस्था आदि का निरीक्षण किया!
निरीक्षण के दौरान पाया कि नवदुर्गा मन्दिर में कई स्थानों पर फर्श एवं कर्म चारी निवास की सुरक्षा दिवार अतीवृष्टी के कारण क्षति ग्रस्त हैं ।
नव दुर्गा मन्दिर सहित सम्पूर्ण परिसर में कई वर्षों से रंग रोगन न होने से सुन्दरता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है!
परिसर में स्थित एक - दो कक्षो में संग्रहित पुरानी टिहरी शहर की अनेक धरोहरों के प्रदर्शन के लिए उचित स्थान की व्यवस्था न होने से आम जनता को एतिहासिक धरोहरों की जानकारी नहीं हो पा रही है!
श्री डोभाल ने कहा कि वह निरीक्षण की विस्तृत रिपोर्ट श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ समिति के बोर्ड को सौपेंगे!
उन्होंने कहा नवदुर्गा मन्दिर परिसर से सम्बन्धित कार्मिकों द्वारा स्वयं की मेहनत एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से मन्दिर परिसर के समीप हरियाली हेतु फूलों एवं पूजा पाठ हेतु पवित्र पौधों का रोपण कर उनकी देखभाल करने का कार्य सराहनीय है!
निरीक्षण के समय भा०ज०पा० मण्डल अध्यक्ष एवं नगर पालिका परिषद् टिहरी के वरिष्ठ सभासद विजय कठैत, पूर्व मण्डल अध्यक्ष राम लाल नौटियाल, नगर मण्डल महामन्त्री शान्ति खण्डूडी़, वरिष्ठ भाजपा नेता रमेश रतूड़ी, पं राजेन्द्र चमोली, उधोग व्यापार मण्डल नई टिहरी के अध्यक्ष भगवान सिंह रावत, महामन्त्री मनोज चमोली, अनसुईया, विकास समिति के संरक्षक डा०यू एस० ने गी, अध्यक्ष विधा नेगी, सचिव शिव सिंह विष्ट आदि मौजूद थे!
मन्दिर परिसर में मौजूद अनेक नागरिकों द्वारा भी महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये!
नवदुर्गा मन्दिर परिसर के पुजारी संजय ढौंडियाल, सहायक मेघा वर्तवाल, चतुर्थ श्रेणी कर्मी सूरज द्वारा श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति द्वारा संचालित विभिन्न सुविधाओं की मौके पर विस्तृत जानकारी दी गई l
उन्होंने अवगत कराया कि नव दुर्गा मंदिर परिसर स्थित मंदिरों में नित्य प्रति दिन पूजा की जाती है तथा मंदिर परिसर में सुरक्षा की दृष्टि से हाईटेक सीसीटीवी कैमरो से निगरानी की जा रही है!
निरीक्षण के समय मौके पर पाया गया कि समिति के कार्मिकों की स्वयं की मेहनत एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा संस्थाओं के सहयोग से मंदिर परिसर के समीप फूलों एवं पूजा हेतु पवित्र पौधों का रोपण कर उनकी देखभाल के कार्य को समिति के सदस्य एवं मौके पर मौजूद लोगों द्वारा काफी सराहा गया!