Team uklive
टिहरी (04 फरवरी ) रविवार को नागरिक मंच की मासिक बैठक मिलन केन्द्र बौराडी नई टिहरी में आयोजित की गयी जिसकी अध्यक्षता चण्डी प्रसाद डबराल संरक्षक नागरिक मंच द्वारा की गयी जिसमे सर्व सम्मति से निम्नलिखित प्रस्ताव पास किये गये-
सर्वप्रथम पिछली बैठक की कार्यवाही पढ़कर सुनायी गयी जिस पर सभी सदस्यो द्वारा पुष्टी की गयी तथा इस भीषण ठण्ड में भी सभी सीनियर सिटिजन उपस्थित रहे उनका हृदय से आभार व्यक्त किया गया।
बैठक में उपस्थित सदस्यों द्वारा जल संस्थान द्वारा पेयजल के बिल दिये जाने पर आक्रोश व्यक्त किया गया.
जल संस्थान द्वारा नागरिक मंच में फूट डालने के लिए शहर वासियों को विस्थापित, प्रभावति तथा गैर विस्थापित प्रभावित कर आपसी द्वेष फैलाया जा रहा है जबकि उत्तराखण्ड के शासनादेश के द्वारा नई टिहरी नगर वासियों का वर्ष 2005-06 से वर्ष 2017-18 तक का पेयजल शुल्क माफ करने के साथ ही आगामी पेयजल शुल्क भुगतान के लिए कमेटी गठित की गयी जिसमें निर्णय तक किसी प्रकार का पेयजल देयक बिल निर्गत किया जाना आमजन का उत्पीड़न है जिस पर तत्काल रोक जगाये जाने की कार्यवाही अपनायी जाये.
. बैठक में उपस्थित सदस्यों द्वारा अवगत कराया गया कि नई टिहरी नगर पालिका क्षेत्रान्तर्गत पार्क, स्टेडियम, बस अड्डा, चौराहों आदि का सौन्दर्याकरण किये जाने का प्रस्ताव है जिसका नगरपालिका द्वारा कार्यान्वित किया जाना है, जिसका नागरिक मंच स्वागत करता है।
साथ ही अनुरोध करता है कि नई टिहरी नगर क्षेत्र के अन्तर्गत प्रस्तावित तीन पार्क (कुलणा, मोलधार, गुरुद्वारे के पास पार्क), ऑडिटोरियम, म्यूजियम, कोटीकालोनी से कुट्ठा, नई टिहरी रोपवे, ट्रैकिंग रूट (कोटीकालोनी से कुट्ठा नई टिहरी) पिकनिक स्पाट से चम्बा तक हल्का मोटर वाहन मार्ग, नई टिहरी शहर के संस्थापक स्व. बचन सिहं नेगी के नाम से कुट्ठा व सुरसिंगधार में स्मृति द्वारों का निर्माण कार्य किया जाय ।
कहा कि टिहरी बांध के लिए लगभग 3500 हे० भूमि अधिग्रहण कर हमारे सामाजिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक सम्बन्धों को प्रभावित किया है जिसका उल्लेख प्रो० हनुमन्तराव कमेटी की संस्तुति पर स्पष्ट किया गया है जिसके प्रतिफल में नई टिहरी के समीप गांव छमुण्ड, केमसारी, पिपली की भूमि को अधिग्रहण कर शहर के संस्थानों, मेडिकल कालेज आदि का निर्माण कर शहर का विस्तार किया जाय।
सदस्यों द्वारा हमारे देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों (टिहरी जिले) के सम्मान में शहर में स्मारक बनाया जाय। टिहरी बांध क्षेत्र के अन्तर्गत चारों ओर एवं चम्बा से मसूरी तक सड़क के दोनों ओर की भूमि उत्तराखण्ड से बाहर के व्यक्तियों द्वारा क्रय की जा रही है जो उत्तराखण्ड के मूल निवासियों के भविष्य के लिए खतरा है इससे भौगोलिक परिस्थिति
के साथ ही सामाजिक पर्यावरण प्रभावति होने की पूर्ण सम्भावना है जिसके लिए शासन से अनुरोध है कि अविलम्ब सशक्त भू कानून तथा मूल निवास का निर्धारण सम्पूर्ण देश के अनुसार उत्तराखण्ड में भी लागू किया जाय और स्थाई निवास प्रमाण पत्र की व्यवस्था समाप्त की जाय।
बैठक का संचालन जगजीत सिंह नेगी (एडवोकेट) मन्त्री नागरिक मंच द्वारा किया गया.
इस अवसर पर कमल सिंह महर, चंडी प्रसाद डबराल, प्रीति सिहं चौहान, उम्मेद सिंह रावत (एडवोकेट ) गुरुदत्त डोभाल, करम सिंह तोपवाल, किशोरी लाल चमोली, बीपी बधानी, त्रिलोक रमोला, CS चौहान , रमेश रावत, बी सी रमोला आदि उपस्थित रहे।