Team uklive
देहरादून : शुक्रवार को जाखन, देहरादून में (बिंदु के कार्यालय मे) प्रारंभिक बाल देखरेख एवं विकास पर सामुदायिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया!
बैठक में लगभग २० महिला प्रतिभागियों ने भागीदारी की। सभी महिलाओं किसी न किसी प्रकार से आंगन बाड़ी की सेवाओं से संबद्ध लाभार्थी थी.
सभी ने चर्चा के दौरान वर्तमान में चल रही आंगनबाड़ी की वर्तमान सेवाओं की स्थितियों पर संतोष जताते हुये कहा कि आंगनबाड़ी में थोड़ी और खुली जगह होनी चाहिए क्योंकि वहां राशन आदि का भराव भी रहता है जिससे बच्चो को दिक्कत होती है।
अधिकांश लाभार्थियों को नेशनल योजना के तहत चलने वाली "क्रेच_ पालनाघर" की व्यवस्था के बारे में नहीं मालूम था
लाभार्थी प्रतिभागियों नेशनल पालनाघर/ क्रैच के बारे में जान कर उत्साहित हुये और आंगनबाड़ी की अगली बैठक व स्थानीय पार्षद से इस बारे में बात करने के बारे में निश्चय किया.
लगभग सभी प्रतिभागियों को वर्तमान में आंगनबाड़ी में चल रही योजनाओं/ मिल रही सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी थी
बैठक मे लगभग २० _ प्रतिभागियों ने शिरकत की।
बैठक में मुख्य वक्ता डॉ रश्मि पैन्यूली रही, साथ में विदुषी त्यागी, आशा कार्यकर्ती चंद्रा गुरुंग, आंगनबाडी कार्यकर्ता शिवि उनियाल, बबिता घई, गायत्री मौर्या आदि ने खुलकर प्रतिभाग किया!


