Team uklive
टिहरी : टिहरी झील में मल मूत्र डालने वाली ली - रॉय कंपनी के खिलाफ आम आम जनमानस के साथ ही विपक्ष भी आवाज उठा रहा है.
दो दिवसीय टिहरी भ्रमण पर पहुंचे निवर्तमान राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की शह के बिना उक्त होटल संचालक इतनी शर्मनाक हरकत नहीं कर सकता है उन्होंने कहा कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट चलाने वाली सरकार पूरे मामले में चुप क्यों बैठी है यह इनकी मानसिकता को उजागर करता है आपको बता दें इस होटल ग्रुप द्वारा संचालित हट्स के अंदर से एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें होटल का मल मूत्र झील में डाला जा रहा है.
प्रशासन की जांच में भी उक्त कंपनी को दोषी पाया गया परंतु उसके बाद भी शासन द्वारा उक्त होटल को संचालित करने की अनुमति दी गई जो शासन को कटघरे मे खड़ा कर रहा है.
इस मामले मे जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार ने बताया कि प्रशासन द्वारा पूरी जाँच रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी जिसमे उक्त होटल को हमारे द्वारा दोषी पाया गया है और उक्त होटल पर कार्यवाही किये जाने को लेकर भी कहा गया है परन्तु अवस्थापना निदेशक दीपक खंडूरी द्वारा उक्त होटल को संचालित करने के आदेश दिये गए हैं.
वहीं इस पूरे प्रकरण मे ब्यापार मण्डल से लेकर ठेकेदार एशोशिएशन, नागरिक मंच, राज्य आंदोलनकारी मंच सहित सारे सामाजिक संगठन एक मंच पर आ गए है.
सामाजिक कार्यकर्ता कुलदीप पंवार ने कहा कि होटल संचालक द्वारा होटल की परिधि के बाहर बाल लगा दिये गए है जिससे कोई भी बाहरी ब्यक्ति बिना इजाजत के होटल मे ना घुस सके.
उन्होंने बताया कि पूरे प्रकरण को लेकर बुधवार 08 नवम्बर को 12:30 बजे मिलन केंद्र बौराड़ी मे सारे सामाजिक संगठनों की बैठक बुलाई गई है जिसमे आगे की रणनीति पर विचार किया जाना है.
इसमें आम जनमानस की भागीदारी भी सुनिश्चित की गई है.


