रिपोर्ट : नदीम परवेज
पिथौरागढ़ : रविवार को लगभग दस बजे सीतापुल में APF पोस्ट छंगरु (नेपाल) का निर्माण कार्य कर रही गार्लिक निर्माण सेवा कम्पनी (नेपाल) में मैनेजर इंचार्ज सहदेव बोहरा पुत्र नारायण सिंह बोहरा के अधीन कार्य कर रही मजदूर संगीता ठेकरे (20 वर्ष) पत्नी रमेश ठेकरे निवासी - नौगाड गांव पालिका वार्ड संख्या 01, एरकोट जिला दार्चुला (नेपाल) के पेट में अचानक तेज दर्द होने के कारण तबियत ज्यादा खराब हो गई थी किन्तु नेपाल की तरफ रास्ता खराब होने की वजह से अस्पताल में पहुंचने में असमर्थता होने के कारण ले जाना संभव नहीं हो पा रहा था तथा ईलाज हेतु सीतापुल (भारत) के रास्ते पार होकर मरीज को लेकर धारचूला अस्पताल ले जाने की आवश्कता पड़ रही थी परन्तु उनके पास परमिशन नही थी उक्त मरीज की मेडिकल आपात स्थिति के बारे मे पता लगने पर एसएसबी बी सामवाय गर्बियांग के समवाय कमांडर द्वारा मरीज और उनके साथ उसकी देखभाल हेतु अन्य 04 नेपाली नागरिकों को जिनका नाम राजन ठेकरे (21वर्ष) पुत्र दल बहादुर, लक्ष्मण सिंह ठेकरे (27 वर्ष) पुत्र नरेंद्र ठेकरे, किशन सिंह कुंवर (44 वर्ष) पुत्र बरवा कुंवर, पार्वती ठेकरे (23 वर्ष) पुत्री चंद्र दडाल निवासी नौगाड गांव पालिका वार्ड नंबर 01 ऐरकोट जिला दार्चुला नेपाल को मरीज की संवेदनशीलता को देखते हुए मानवीय आधार तथा एसएसबी की पीपल फ्रेंडली फोर्स के छवि होने के कारण भारत के रास्ते धारचूला के लिए सीतापुल से प्रवेश कराया। उसके पश्चात मरीज की नाजुक हालत को देखते हुए एसएसबी कार्मिकों ने तुरंत संगीता ठेकरे (20वर्ष) मरीज को एसएसबी वाहन के जरिए छियालेख में पहुंचाया और भारतीय सेना के m i room में प्रथम उपचार दिलाकर बुद्धि के लिए रवाना किया गया।
एसएसबी बॉर्डर पर रहने वाले भारतीय और नेपाली नागरिकों की मदद हेतु सदैव तत्पर रहती हैं तथा उनकी हर सम्भव सहायता की जाती हैं किन्तु कुछ आसामाजिक तत्व दोनो देशों के मैत्री संबंधों में खटास लाने के लिए और एसएसबी की छवि खराब करने के लिए नेपाली मीडिया में दुष्प्रचार करते हैं
जिसका उदाहरण 30/07/2021 को अवैध रूप से भारत में प्रवेश करते हुए एक नेपाली नागरिक का काली नदी में बह जाने के बाद नेपाली मीडिया तथा वहां के कुछ संगठन द्वारा भारत विरोधी व एसएसबी विरोधी बयान और धरना प्रदर्शन किया जा रहा है।



